मौत पसंद है… अपमान नहीं…
मौत पसंद है… अपमान नहीं…दुश्मन चलेगा… धोखेबाज नहीं…!! Shayari
मौत पसंद है… अपमान नहीं…दुश्मन चलेगा… धोखेबाज नहीं…!! Shayari
प्रेम रेखागणित जैसा होता है . जैसे रेखागणित में प्रतिच्छेदी रेखाओं की तरह, क्षण भर का संयोग और फिर आजीवन वियोग।समानांतर रेखाओं की तरह, हमेशा साथ चलना किंतु कभी नहीं मिलना।
हराम की कमाई से… जगमगा रहीं है हवेलियाँ…हलाल रिज्क़ की तलाश में… कई खुद्दार मर गये…!!
ज़ख़्म खाने की कोई उम्र नहीं होती…उम्र के अपने ज़ख़्म होते हैं…!!
कहीं-कहीं से हर चेहरा तुम जैसा लगता है.तुम को भूल न पायेंगे हम, ऐसा लगता है.! और तो सब कुछ ठीक है लेकिन कभी-कभी यूँ हीचलता-फिरता शहर अचानक तन्हा लगता है.!
ना #आदि #नशे #के,… ना #आदि #रोले #के,… गांमां के #बालक हा, #भगत हा #भोले 🙏के..
दीवाना बनाना है तो दीवाना बना दे.वर्ना कहीं तक़दीर तमाशा न बना दे.. ऐ देखने वालो मुझे हँस हँस के न देखो.तुम को भी मोहब्बत कहीं मुझ सा न बना दे..
वक्त ने दिखा दी… सब की असलियत…वर्ना हम तो वो थे… जो सबको अपना कहते थे…!!
हवा की नमी बता रही है…ये तुमको छूकर आ रही है…!!