Motivational Shayari 2 lines :- 2 line motivational shayari in hindi के इस बेस्ट Status Collection में आपका स्वागत है दोस्तों, में 2 lines Motivational Shayari प्रस्तुत करता है। हर किसी को अपने जीवन में कुछ प्रेरणा की आवश्यकता होती है। यहां हमने आपको हर दिन के लिए प्रेरित करने के लिए हिंदी में कुछ बेहतरीन टू लाइन मोटिवेशनल शायरी कोट्स को शॉर्टलिस्ट किया है। आप इन 2 लाइन मोटिवेशनल स्टेटस को अपने व्हाट्सएप या किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इन प्रेरक शायरी को 2 पंक्तियों में पढ़ें और जो आप चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए जीवन में कड़ी मेहनत करें। विनम्र रहें, प्रेरित हों और कड़ी मेहनत करें . अगर आप अपने Facebook या Whatsapp के लिये Motivational Shayari 2 lines खोज रहे हैं तो यह पोस्ट ख़ास आपके लिये है, हम यहाँ पर motivational shayari 2 linein hindiका बेहतरीन कलेक्शन साझा कर रहे हैं, जिसे आप अपने Whatsapp, Facebook, Instagram और Pinterest पर भी शेयर कर सकते हैं।
हारने से पहले हिम्मत से लड़ना लेकिन लड़े बिना हार न मानना
फिर तो ख़ामोशी भी सुनती है दुनिया लेकिन पहले धूम मचानी पड़ती है
साहिल से तूफ़ाँ का तमाशा देखने वाले, साहिल से अंदाज़ा-ए-तूफ़ाँ नहीं होता।
मेरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा, इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा।
सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर, चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
बदल जाओ वक्त के साथ या वक्त बदलना सीखो, मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो।
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूंढता है।
अपने हाथों की लकीरों को क्या देखते हो ? किस्मत तो उनकी भी होती है, जिनके हाथ नहीं होते।
इंसान कहता है अगर पैसा हो तो मैं कुछ करके दिखाऊ , और पैसा कहता है कुछ करके दिखाओ तो मैं आऊ
सदा एक ही रुख़ नहीं नाव चलती, चलो तुम उधर को हवा हो जिधर की।
आदमी बड़ा हो या छोटा कोई फर्क नहीं पड़ता उसकी कहानी बड़ा होना चाहिए
भँवर से लड़ो तुंद लहरों से उलझो, कहाँ तक चलोगे किनारे किनारे।
पत्थर नहीं हूं मुझ में भी नमी है, दर्द बयां नहीं करता बस इतनी सी कमी है .
लोगों को तीर की तरह चुभती है , बातें मेरी शायद निशाना बहुत अच्छा है मेरा
जो अपनी जिंदगी में कुछ पाना चाहते हैं, वो समंदर में भी पत्थरों के पुल बना लेते हैं।
Motivational Shayari 2 lines
चाहिए ख़ुद पे यक़ीन-ए-कामिल, हौसला किस का बढ़ाता है कोई।
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है, लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है।
लकीरें खींचते रहने से बन गई तस्वीर, कोई भी काम हो, बे-कार थोड़ी होता है।
बात अगर मतलब की हो तो सब समझ जाते हैं, लेकिन बातों का मतलब समझना किसी-किसी को आता है