मौका।
अंदर की घुटन का… हमें अंदाज़ा नहीं था…वर्ना ये मौका।… और हवादार बनाते…!! sad shayari
अंदर की घुटन का… हमें अंदाज़ा नहीं था…वर्ना ये मौका।… और हवादार बनाते…!! sad shayari
किसी दिन हाथ धो बैठोगे हम से… तुम्हें चस्का बहुत है बेरुख़ी का…!! shayari
रात भर, रात को… एक रात जगाया जाए… रात को मालूम तो हो… हम पे गुजरती क्या है…!!
अब कहा लगता की वो कसमे निभाह रही है | मेरी खूशी के लिये बस रसमे निभाह रही है | दो – चार पल मुझसे बात तो कर ठहर तो सही | ऐसी कौनसी जल्दी है तु कहा जा रही है | Ab kaha lagata kee vo kasame nibhaah rahee hai . Meree khooshee ke… Continue reading दो – चार पल मुझसे बात तो कर
अपना आशियाना खुद ही बर्बाद कर दिया हमने | जहॉ खूशियो से उसका आबाद कर दिया हमने | काफी टाइम से एक परिंदा उडने की चाह मे था | अपने दिल के पिंजरे से आजाद कर दिया हमने | Apana aashiyaana khud hee barbaad kar diya hamane . Jaho khooshiyo se usaka aabaad kar diya… Continue reading अपना आशियाना खुद ही बर्बाद कर दिया हमने
जैसा मै हू वैसा ही दिख रहा हू | इश्क के बाजार मे बिक तो रहा हू | क्या जख्म सीना फाडकर ही दिखाने पडेंगे | अरे जितना भी दर्द है लिख तो रहा हू | Jaisa mai hoo vaisa hee dikh raha hoo . Ishk ke baajaar me bik to raha hoo. Kya jakhm… Continue reading जैसा मै हू वैसा ही दिख रहा हू.
दूनिया भी उसे बहुत करीब से चाहिये / उसे मै भी पसंद हू ओर रकीब भी चाहिये // आज उसका दामन मुझसे छुडाकर ले गया वो / ओर लोग कहते है उसे पाने के लिये नशीब चाहिये // अब इस बात का फैसला तुझपर है “गौरव” / तुझे जिन्दगानी पसंद है या नसीब चाहिये //… Continue reading प्यार करने के लिए आदत से फकीर चाहिये .
आज वो सक्स मुझे धुंधला – धुंधला सा लग रहा है / हालातो का असर है या मौसम बदल रहा है // कहते हो मेरा जिक्र भी नही है शबे महफिल मे / फिर मेरे ही नाम से ये शोर क्यो चल रहा है // मुझे भूल जाने की हसरत है या मुझे मिटाना चाहाता… Continue reading हालातो का असर है या मौसम बदल रहा है
दूर जाना चाहाता है ये सनक कैसी है | वो भूल जाना चाहाता है ये सनक कैसी है | जर्रा – जर्रा कतरा – कतरा बिखर तो रहा हू | अरे मै टुटा नही हू तो ये खनक कैसी है | Door jaana chaahaata hai ye sanak kaisa hai | Vah bhool jaana chaahatee haita… Continue reading अरे मै टुटा नही हू
जाते हुए मुसाफिर को रोका नही करता मै | ज्यादा प्यार वाले के बारे मे सोचा नही करता मै | करने के लिए सारे ऐब किये है मैंने | पर किसी के साथ मे धोखा नही करता मै | Jaate hue musaaphir ko roka nahee karata mai.Jyaada pyaar vaale ke baare me socha nahee karata… Continue reading जाते हुए मुसाफिर को रोका नही करता मै