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तमन्ना करने से ही पुरी होती है , हर तमन्ना दिल धडकने से ही पुरा होता है, हर सपना कोशिश करने से हर रह आसान हो जाती है , और आगे बढने से हर मन्ज़िल मिल जाती है . |
तमन्ना जब किसी की नाकाम होती है, जिन्दगी उस की एक उदास शाम होती है, दिल के साथ दौलत ना हो जिस के पास, महोब्बत उस गरीब की निलाम होती , |
बेवफाई के फ़साने भी क्या खूब सितम किया करते हैं, हँसती हुई आखो तले आसुओं के सैलाब उमड़ जाया करते हैं… काश वो बेवफा समझ पाते मेरी मुहब्बत की वफाओ को, बस यही झूठे अरमान दिल में जगा कर जिया करते हैं… |
ख़ातिर से तेरी याद को टलने नहीं देते सच है , कि हम ही दिल को संभलने नहीं देते , आँखें मुझे तलवों से वो मलने नहीं देते , अरमान मेरे दिल का निकलने नहीं देते , |
इश्क में दौलत सारी ना लुटा देना, मम्मी पापा के अरमान खाक में ना मिला देना, घर से मिले हैं पैसे सब्जी लाने के लिए बेटा, बाजार जाकर गर्लफ्रेंड का रिचार्ज मत करा देना. |
आशिक के दिल की ख्वाहिशो अरमान हैं आँखें, कुछ दिन से ये लगता है, परेशान हैं आँखें, एक दिन तुझे देखा था, किसी राहगुज़र पे, उस दिन से उसी राह पे, मेहमान हैं आँखें. |
दिल में हर किसी का अरमान नहीं होता , हर कोई दिल का मेहमान नहीं होता , एक बार जिसकी आरजू दिल में बस जाती है , उसे भुला देना इतना आसन नहीं होता ! |
जब किसी क सपने किसी के अरमान बन जाए, जब किसी की हँसी किसी की मुस्कान बन जाए, बेपनाह प्यार कहते है उसे जब किसी की सांस किसी की जान बन जाए… |
ओ मेरे सनम ओ मेरे सनम दो जिस्म मगर एक जान हैं हम एक दिल के दो अरमान हैं हम |
जीने के लिये इस दुनिया में कुछ खास नही रह जाता है , सब कुछ होता है फिर भी कुछ पास नही रह जाता है , खुद अपने मे घुट कर जब अरमान युं ही मर जाये तो , इक हद के आगे दर्द का भी एहसास नहीं रह जाता है |
अरमान था तेरे साथ जिंदगी बिताने का , शिकवा है खुद के खामोश रह जाने का, दीवानगी इस से बढकर और क्या होगी, अज भी इंतजार है तेरे आने का . |
दिल के अरमान एक एक कर टूटे हैं . आखों मे बसें ख्वाब सभी झूठे हैं। कैसे भुला दूँ मैं उसकी यादों को मुह से लगे जाम भी क्या कभी छूटे है। दिल से ना जाने कैसी खता हो गयी है चांद को चाहा तो सितारे मुझ से रुठें हैं। |
तेरी रूह से रूबरू हुआ ए शायर आज मैं एक अरमान अब आखों मे है , यहाँ नही तो क्या हुआ, वहाँ तुमसे मिलूंगा जरुर। तेरी महफ़िल का गवाह बन ना सका मैं मौत से दोस्ती होने दे एक रोज़ वहाँ महफ़िल मे रंग भारुगा जरुर . |
दिल के अरमान आँसुओ मे बह गये, हम गली मे थे और गली मे ही रह गये, अपनी तो किस्मत ही खराब थी की लाइट चली गई जो बात उसे कहनी थी वो उसकी मम्मी से कह गये…. |