Shayari
Guru Purnima Shayari in Hindi:- गुरु पर शायरी इन हिंदी के इस बेस्ट शायरी कलेक्शन में आपका स्वागत है दोस्तों, आज हम यहाँ पर Guru Shayari Hindi का बेहतरीन कलेक्शन हिंदी में इमेजेस के साथ साझा कर रहे हैं, जिसे आप अपने दोस्तों के साथ टीचर पर शायरी इन हिंदीव्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और पिंटरेस्ट पर भी शेयर कर सकते हैं।
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
ज्ञान देने वाले गुरू का बंदन है,
उनके चरणों की धूल भी चंदन है.
जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है।
कुछ इसी तरह से हर गुरु,
अपना फर्ज निभाता है।
गुरू बिना ज्ञान कहां,
उसके ज्ञान का आदि न अंत यहां।
गुरू ने दी शिक्षा जहां,
उठी शिष्टाचार की मूरत वहां।
गुरु का महत्व कभी होगा ना कम,
भले कर ले कितनी भी उन्नति हम,
वैसे तो है इंटरनेट पे हर प्रकार का ज्ञान,
पर अच्छे बुरे की नहीं है उसे पहचान.,
क्या दूँ गुरु-दक्षिणा,
मन ही मन मैं सोचूं।
चुका न पाऊं ऋण मैं तेरा,
अगर जीवन भी अपना दे दूँ।
जीवन के हर अंधेरे में रोशनी दिखाते है आप,
बंद हो जाए सब दरवाजे नया रास्ता दिखाते है आप,
सिर्फ किताबी ज्ञान नही जीवन जीना सीखाते है आप।

गुरु तेरे उपकार का,
कैसे चुकाऊं मैं मोल,
लाख कीमती धन भला,
गुरु हैं मेरे अनमोल
गुरु दो तरह के होते हैं-
एक वो जो आपको इतना डरा देते हैं कि आप हिल ना सकें,
और एक वो जो जिनके आपकी पीठ पर थोडा सा थपथपा देने से आप आसमान छू लेते हैं।
जो गुरु बच्चों को अच्छी तरह से शिक्षित करते हैं,
वे जन्म देने वालो से अधिक सम्मान के पात्र हैं।
माँ-बाप की मूरत है गुरू … इस कलयुग में भगवान की सूरत है गुरू