देख के काफिरो को मेरा खून खोलता है |
मेरा अपना ही कोई अपनो मे जहर घोलता है |
उसको मार दू या खूद मिट जाऊ |
मेरे खून का कतरा – कतरा इंकलाब बोलता है |
देख के काफिरो को मेरा खून खोलता है |
मेरा अपना ही कोई अपनो मे जहर घोलता है |
उसको मार दू या खूद मिट जाऊ |
मेरे खून का कतरा – कतरा इंकलाब बोलता है |