Dil Shayari : – दिल शायरी हिन्दी में के इस बेस्ट शायरी कलेक्शन में आपका स्वागत है दोस्तों, आज हम यहाँ पर प्यार दिल का एहसास शायरी को याद करते हुए शायरी के लिए पत्थर दिल शायरी इन हिंदी में का बेहतरीन कलेक्शन हिंदी में इमेजेस के साथ साझा कर रहे हैं, जिसे आप अपने दोस्तों के साथ दोस्त को शायरी दिल का दर्द Status व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और पिंटरेस्ट पर भी शेयर कर सकते हैं।
दिल शायरी हिन्दी
छुप कर रहना है जो सब से
तो ये मुश्किल क्या है
तुम मेरे दिल में रहो सनम
दिल की तमन्ना हो कर
ताबीर जो मिले तो एक ख्वाब बहुत था
जो शख्स गवा बैठे वो नायाव बहुत था
मैं कैसे बचा लेता भला कश्ती-ए-दिल को
दरिया-ए-मोहब्बत में शैलाब बहुत था
जीने के लिए तुम्हारी याद ही काफी है
इस दिल में बस अब तुम ही बाकी हो
आप तो भूल गए हो हमें अपने दिल से
लेकिन हमें आज भी तुम्हारी तालाश बाकी है
वो शाम की महेफिल की किया
जिसमे परवाना जल कर ख़ाक न हो
मज़ा तू तब आता है चाहत का यार
जब दिल तो जले मगर ख़ाक न हो
इस दिल की सरहद को पार न करना
नाज़ुक है मेरा दिल इस पर वार न करना
खुद से बढ़कर भरोसा किया है तुम पर
इस भरोसे को तुम बेकार न करना
वादे वफ़ा करके क्यों मुकर जाते हैं लोग
किसी के दिल को क्यों तड़पाते हैं लोग
अगर दिल लगाकर निभा नहीं सकते
तो फिर क्यों दिल लगाते हैं लोग
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए
महसूस हुआ तब जब वो जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए
अनजाने में यूँ ही दिल गँवा बैठे हम
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे हम
उनसे क्या गिला करें भूल तो हमारी थी
जो बिना दिलवालों से ही दिल लगा बैठे
उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नहीं
तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नहीं
झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पास
और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नहीं
दिल तेरी याद में आहें भरता है
मिलने को पल-पल तड़पता है
मेरा यह सपना टूट न जाये कहीं
बस इसी बात से दिल डरता है
किसी के दिल में क्या छुपा है
ये बस खुदा ही जानता है
दिल अगर बे-नकाब होता
तो सोचो कितना फसाद होता
एक अजीब सा मंजर नजर आता है
हर एक आँसू समंदर नजर आता है
कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना
हर एक हाथ में पत्थर नजर आता है
तू ही बता दिल कि तुझे समझाऊं कैसे
जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा
मगर उसको ये एहसास दिलाऊं कैसे
आपसे रोज़ मिलने को दिल चाहता है
कुछ सुनने सुनाने को दिल चाहता है
था आपके मनाने का अंदाज़ ऐसा
कि फिर रूठ जाने को दिल चाहता है
दिल-ए-नादान तुझे हुआ क्या है
आखिर इस दर्द की दवा क्या है,
हमको उनसे है उम्मीद वफ़ा की
जो जानते ही नहीं वफ़ा क्या है
बड़ी आसानी से दिल लगाए जाते हैं
पर बड़ी मुश्किल से वादे निभाए जाते हैं
लेकर जाती है मोहब्बत उन राहों पर
जहां पर दिये नहीं दिल जलाए जाते हैं